कोरोना वायरस का प्रकोप जारी, 324 भारतीयों को लाया गया दिल्ली

कोरोना वायरस का प्रकोप जारी, 324 भारतीयों को लाया गया दिल्ली

अम्बुज यादव

चीन में कोरोना वायरस की मार झेल रहे भारतीय लोगों को शनिवार को दिल्ली लाया गया। चीन के वुहान में फंसे 324 भारतीय को एयर इंडिया के विशेष विमान से राजधानी दिल्ली लाया गया। चीन से आये लोगों को दिल्ली में आईटीबीपी के आइसोलेशन वार्ड में रखा जाएगा। वही आपको बता दे कि चीन में कोरोना वायरस की वजह से अबतक 200 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। उसी को देखते हुए चीन में फंसे भारतीयों को भारत लाया गया है और उनका इलाज भारत में किया जाएगा। वहीं उन यात्रियों को लाने वाली विमान में दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल के पांच डॉक्टर और एयर इंडिया का पैरामेडिकल स्टाफ भी मौजूद था।

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 चीन में फंसे भारतीय लोगों को लाने वाली विमान बोइंग 747 में स्वास्थ्य मंत्रालय के 5 डॉक्टर भी साथ थे, जिनके पास उन लोगों के लिए दवाएं और अन्य जरुरी सामान मौजूद था। वहीं विमान में एयर इंडिया के 33 अधिकारी भी सवार थे। यहीं नहीं विमान में उपस्थित क्रू मेंबर को कोई तकलीफ न हो उसके लिए यात्रियों और क्रू मेंबर के बीच में कम संपर्क रखा जाए उसकी सुविधा पहले से ही की गई थी। यात्रियों को खाने पीने की चीजें पहले ही उपलब्ध करा दिया गया था। वहीं अब दिल्ली लाकर यात्रियों की जांच की जा रही हैं औऱ उन्हें अभी के लिए मानेसर और दिल्ली में आईटीबीपी के आईसोलेशन में रखा गया है।

चीन से भारतीयों को वापस लाने में एयर इंडिया ने जो योगदान दिया है उसके लिए उसे सभी तरफ से काफी प्रशंसा मिल रही हैं। वहीं उस कार्य के लिए एयर इंडिया के चेयरपर्सन अश्विनी लोहानी ने ट्वीट करके एयर इंडिया के मोर्चा संभालने और आपात स्थिति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की बात कहीं है और अपने टीम की प्रशंसा भी की है।

लगातार कोरोना वायरस की वजह से बढ़ रहे मरीजों की संख्या को देखते हुए भारत ने चीन से वापस लौटे भारतीयों को अलग कैंप में रखा गया है। 324 भारतीयों में से 95 को मेडिकल जांच के लिए आईटीबीपी कैंप लाया गया। उसके बाद उन्हें पश्चिमी दिल्ली स्थित पैरामिलेट्री फोर्स के छावला कैंप में शिफ्ट कर दिया गया है। वहीं उन भारतीयों के लिए अलग से आईसोलेशन वार्ड तैयार किया गया है। वहीं यह भी बताया जा रहा है कि उन लोगों को मानेसर के आर्मी कैंप में भी रखा जा सकता है। यहीं नहीं भारत तिब्बत सीमा पुलिस ने दिल्ली में 600 बिस्तर वाला एक स्वास्थ्य केंद्र भी स्थापित किया गया है। उसी में कोरोना वायरस से प्रभावित संदिग्धों को रखा जाएगा औऱ उनके लिए सभी जरुरी चिकित्सा सुविधाएं भी उसमें की गई हैं।  

कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए भारत में काफी सुविधाएं की गई हैं। वहीं चीन में फंसे लोगों के लिए भारतीय दूतावास ने लोगों से सहमति पर्ची पर हस्ताक्षर करने का अनुरोध किया था। कथित तौर पर, सहमति नोट को नाबालिगों के मामले में व्यक्तियों या माता-पिता द्वारा हस्ताक्षरित किया जाना है। इस नोट की स्कैनड कॉफी भारतीय दूतावास को भेज दी गई है। इसके साथ ही दूतावास को यात्रियों के लिए एक यूनिक कोड मुहैया कराया गया है।

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